हिन्दू धर्म,बौद्व धर्म,जैन धर्म,सन्त कबीर,रहीम,दादू,तुकाराम,मीरा,गुरू नानक,गुरूग्रंथ,ख्वाजा सहित समस्त सत्संग में सेवादारों के महिला-पुरषों के दल द्वारा ही किये जाते है समस्त सेवाओं के प्रबंध
अजमेर : ( भारत भूमि ) – राधास्वामी सत्संग डेरा बाबा जैमलसिंह डेरा ब्यास अमृतसर ब्यास में लाखों की संख्या में अनुयायी आते जाते है। यह सत्संग भवन पूर्णतः सन्तमत पर आधरित है। वर्तमान में राधास्वामी सत्संग डेरा ब्यास अमृतसर के संरक्षक गुरू गुरिन्द्र सिंह ढिल्लों है। राधास्वामी सत्संग की परम्पराओं के अनुसार बाबा गुरेन्द्रसिंह ने 02 सितम्बर को अपने उत्तराधिकारी की धोषणा करतें हुए अपना उतराधिकारी सरदार सुखदेव सिंह के पुत्र जसदीप सिंह गिल को घोषित किया है। सरदार जसदीपसिंह को नामदान देने के बक्शिश का अधिकार भी तत्काल प्रभाव से ही प्रदान किया गया है। वरिष्ठ पत्रकार राजेश लालवानी और वरिष्ठ पत्रकार रमेश लालवानी ने बताया कि राधास्वामी सत्संग ब्यास की शिक्षाओ में ईसाई धर्म,बौद्व धर्म,जैन धर्म,सन्त कबीर,रहीम,दादू,तुकाराम,मीरा,गुरू नानक,सुखमनी,गुरूग्रंथ,अजमेर के सुफी सन्त ख्वाजा मुईनुद्वीन चिश्तिी,नारी को अधिकार दो,परमार्थी साखियां, सन्त संवाद,संतमत प्रकाश भाग एक से पांच,सत्संग संग्रह भाग एक से पांच सहित हजारों की संख्या में पुस्तकों का हिन्दी,अंग्रेजी,सिन्धी,मराठी,पंजाबी,गुजराती सहित अनेक अन्य भाषाओँ में प्रकाशन करवाया गया हैं। इसके अतिरिक्त दो माही पत्रिका अंग्रेजी में स्पिरीचुअल लिंक का भी प्रकाशन करवाया जाता है।सत्संग के दौरान पण्डाल में किसी भी प्रकार की नशीली वस्तु,बीडी,सिगरेट,माचिस और इलैक्ट्रिानिक सामग्री कैमरा,मोबाईल,पेन ड्राइव आदि ले जाने पर पाबन्दी रहती है। इस प्रकार की सामग्री पण्डाल के बाहर ही बने क्लाक रूम सामान केन्द्र पर निःशुल्क जमा करवाई जा सकती है। वाहनो के पार्किंग की निःशुल्क व्यवस्था है। राधास्वामी सत्संग में प्रथम बार जाने वालों की जानकारी के लिए उपरोक्त जानकारी सार्वजनिक की जा रही है। राधास्वामी सत्संग डेरा बाबा जैमलसिंह डेरा ब्यास अमृतसर में प्रमुख केन्द्र है उसके देश विदेश में हजारों की संख्या में केन्द्र है। इनका मुख्य उद्वेश्य शाकाहारी व सात्विक भोजन पर हक हलाल की कमाई करते हुए जीवन यापन करना और मानव जीवन में अपने आप को पहचानकर आत्म साक्षात्कार करके अपने अन्तर में ही परमात्मा से साक्षात्कार करके आवागमन से मुक्ति मोक्ष मार्ग पाना है।